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जनवरी, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हिमाचल के पहाड़ों से भीषण आपदा के संकेत

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पहाड़ों को बचा लो अगर बचा सको तो : अगर हम अतीत की त्रासदियों से नहीं सीखते हैं, तो हम भविष्य में उन्हें दोहराने के लिए अभिशप्त हैं द ईरावती   :  प्राकृतिक आपदाएं दबे पांव आती हैं. सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटने से कोई फायदा नहीं होता है. तमाम अध्ययनों द्वारा चेतावनी दी गई है कि अगर पहाड़ों की अंधाधुंध कटाई और नदियों के बहाव से अतार्किक छेड़छाड़ या उसके दोहन पर रोक नहीं लगाई गई तो नतीजे भयावह होंगे. यह एक वैज्ञानिक तथ्य है कि हिमालय पर्वत तुलनात्मक दृष्टि से नवीन वलित पर्वत हैं और इसलिए ये नाजुक हैं. इसकी धारण क्षमता के विपरीत छेड़छाड़ यहां भूस्लखन एवं भूधसाव का कारण बनती है. खतरे की तमाम चेतावनियों के बावजूद न तो सरकारें सचेत हैं और न ही आम लोग. दोनों की ओर से विनाशकारी विकास की गतिविधियां अनवरत जारी हैं. अंधाधुंध कटाव, सड़कों, सुरंगों और भवनों के अवैज्ञानिक तरीके से निर्माण के कारण हिमाचल में पहाड़ों पर अब खतरा बढ़ने लगा है. जानकार का मानते है कि जोशीमठ को धंसने से रोका नहीं जा सकेगा मतलब आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित पहले ज्योतिर्मठ का पतन तय है. यह पहला और अंतिम अवसर नहीं है कि

WFI के अध्यक्ष के खिलाफ जंतर-मंतर में धरना

Wrestling Federation of India के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप के चलते धरना-प्रदर्शन: द ईरावती : एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक व अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित  भारतीय पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत शीर्ष पहलवानों ने WFI के अध्यक्ष और यूपी के कैसरगंज सीट से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाने के पश्चात पद से हटाने की मांग को लेकर पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज भी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। विनेश के साथ बजरंग पुनिया भी इस धरना प्रदर्शन में शामिल हैं।  दो दिनों के धरने के बावजूद कोई फैसला ना आने पर बजरंग पुनिया ने कहा, "हम चाहते हैं कि फेडरेशन को बंद किया जाए क्योंकि फेडरेशन में वे अपने ही लोगों को बिठाएंगे। अगर इसका समाधान जल्दी नहीं निकला तो हम कानून का भी सहारा लेंगे।"  हम चाहते हैं कि फेडरेशन को बंद किया जाए क्योंकि फेडरेशन में वे अपने ही लोगों को बिठाएंगे। अगर इसका समाधान जल्दी नहीं निकला तो हम कानून का भी सहारा लेंगे: जंतर-मंतर पर WFI के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भारतीय पहलवान व ओलंपियन बजरंग पुनिया, दिल्ली pic.tw

'सुक्खू' की सौगात : ओपीएस प्रत्यावर्तन

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  OLD PENSION SCHEME IN HIMACHAL PRADESH: प्रथम कैबिनेट में लिया था फैसला   हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू | द ईरावती:  (शिमला)  लोहड़ी के शुभ अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुक्खू ने अपनी प्रथम कैबिनेट बैठक में कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर दिया है. जिसके पश्चात हिमाचल प्रदेश राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पंजाब के बाद अब ओपीएस लागू करने वाला राज्य बन गया है. मुख्यमंत्री सुक्खू ने ट्वीट कर कहा, "कांग्रेस की विचारधारा प्यार, भाईचारे और सच्चाई की मिसाल है. आज लोहडी के शुभ अवसर पर मुझे  हिमाचल के कर्मचारियों की लंबित मांग OPS को बहाल करते हुए बहुत खुशी हो रही है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि कर्मचारी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हिमाचल के विकास मे अपना पूर्ण सहयोग देंगे." कांग्रेस की विचारधारा प्यार, भाईचारे और सच्चाई की मिसाल है। आज लोहडी के शुभ अवसर पर मुझे हिमाचल के कर्मचारियों की लंबित मांग OPS को बहाल करते हुए बहुत खुशी हो रही है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि कर्मचारी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हिमाचल के विकास मे अपना पूर्ण सहयोग द