WFI के अध्यक्ष के खिलाफ जंतर-मंतर में धरना

Wrestling Federation of India के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप के चलते धरना-प्रदर्शन:

द ईरावती: एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक व अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित भारतीय पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत शीर्ष पहलवानों ने WFI के अध्यक्ष और यूपी के कैसरगंज सीट से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाने के पश्चात पद से हटाने की मांग को लेकर पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज भी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। विनेश के साथ बजरंग पुनिया भी इस धरना प्रदर्शन में शामिल हैं। 

दो दिनों के धरने के बावजूद कोई फैसला ना आने पर बजरंग पुनिया ने कहा, "हम चाहते हैं कि फेडरेशन को बंद किया जाए क्योंकि फेडरेशन में वे अपने ही लोगों को बिठाएंगे। अगर इसका समाधान जल्दी नहीं निकला तो हम कानून का भी सहारा लेंगे।" 

मुद्दा जब कुश्ती महासंघ के बाहर पहुचा तो फिर कहाँ रूकने वाला था। न्यूज़ चैनलों सहित सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रियाएं आने लगी। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्विटर पर अपनी बात रखते हुए लिखा है, "जिन खिलाड़ियों ने विश्वपटल पर देश का मान बढ़ाया है उनके मान सम्मान की जिम्मेदारी सारे देश की बनती है।"

वहीं एक अन्य यूज़र पीएम मोदी के साथ ओलंपिक के बाद की क्लिप शेयर कर सरकार पर तीखा प्रहार किया है।

वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपनी आपत्ति जताते हुए कहा कि हमारे खिलाड़ी देश की शान हैं। विश्व स्तर पर अपने प्रदर्शन से वे देश का मान बढ़ाते हैं। कुश्ती फेडरेशन व उसके अध्यक्ष पर खिलाड़ियों ने शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन खिलाड़ियों की आवाज सुनी जानी चाहिए।

केंद्रीय खेल मंत्रालय ने इसका संज्ञान लिया है और Wrestling Federation of India से 72 घंटों के भीतर जवाब मांगा है। मंत्रालय की द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, ‘दिल्ली में ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेताओं सहित अन्य पहलवानों द्वारा किए गए विरोध और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का संज्ञान लेते हुए, जिसमें पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोचों पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं और महासंघ के कामकाज में कुप्रबंधन का हवाला दिया है, खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई से स्पष्टीकरण मांगा है और उसे रेसलर्स की ओर से लगाए गए आरोपों पर अगले 72 घंटों के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है।'

मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यदि WFI का तय समय के भीतर कोई स्पष्टीकरण नहीं आता है तो वह राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के प्रावधानों के अनुसार महासंघ के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू करेगा।

मामला जब उछला तो आप पार्टी ने भी टवीट कर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'BJP की दरिंदगी का शिकार देश की बेटियां‼️'

भारतीय पहलवानों द्वारा किए जा रहे इस प्रदर्शन को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का समर्थन मिला है। मुख्यमंत्री खट्टर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, "हमारी महिला एथलीटों की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है और हम इसे गंभीरता से लेते हैं। हम उनका मनोबल कम नहीं होने देंगे। एथलीटों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से लिया जाएगा। 

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